ईटानगर न्यूज ( Arunachal Pradesh News ) – अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने सोमवार सुबह दिल्ली में तैनात आईएएस अधिकारी तालो पोटोम( Talo Potom) को एक 19 वर्षीय युवक की आत्महत्या से जुड़े मामले में गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित युवक ने अपने सुसाइड नोट में पोटोम पर यौन शोषण और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। यह घटना राज्य में सनसनी फैला रही है और अब विशेष जांच दल इसकी गहन पड़ताल कर रहा है।
![]() |
| Photo : Ias officer talo potom |
आत्मसमर्पण और गिरफ्तारी का विवरण :
पापुम पारे जिले की पुलिस अधीक्षक नीलम नेगा ने बताया कि तालो पोटोम ने सोमवार सुबह करीब 7:30 बजे निरजुली थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। तुरंत बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। पोटोम एजीएमयूटी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं, जिनका इस साल जून में ईटानगर से दिल्ली ट्रांसफर हुआ था। वर्तमान में वे दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में विशेष सचिव के पद पर कार्यरत हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उनकी पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि मामले के सभी पहलुओं को उजागर किया जा सके।
पीड़ित युवक की दर्दनाक कहानी :
पुलिस के अनुसार, मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS) गोमचू येकर ने 23 अक्टूबर को निरजुली के लेखी गांव में अपने किराए के फ्लैट में आत्महत्या कर ली। मात्र 19 वर्षीय येकर ने अपने सुसाइड नोट में न केवल तालो पोटोम ( Talo Potom ) पर यौन शोषण का आरोप लगाया, बल्कि ग्रामीण निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता लिकवांग लोवांग पर भी उत्पीड़न और जबरदस्ती का इल्जाम ठोका। नोट में येकर ने लिखा था कि लंबे समय से हो रहे अपमान, धमकियों और शोषण ने उन्हें जीवन से निराश कर दिया था, जिसके चलते वे इस कदम को उठाने को मजबूर हो गए। यह सुसाइड नोट अब जांच का प्रमुख आधार बन चुका है।
दूसरा आरोपी की रहस्यमयी मौत :
इस मामले में एक और चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब ग्रामीण निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता लिकवांग लोवांग ने भी येकर की मौत वाले ही दिन, यानी 23 अक्टूबर को लोंगडिंग जिले के अपने घर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस को संदेह है कि दोनों मौतों के बीच कोई गहरा संबंध हो सकता है। लोवांग पर भी सुसाइड नोट में यौन शोषण और भ्रष्टाचार के आरोप थे, जिसकी वजह से अब पूरे मामले को संदिग्ध माना जा रहा है।
विशेष जांच दल गठित :
दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच के लिए अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है। एसआईटी सुसाइड नोट्स, फोरेंसिक सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर तथ्यों को परत दर परत खोलने का काम कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि यदि आरोप सिद्ध हुए, तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
