नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अपने एक दिवसीय दिल्ली दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन में हुई इस मुलाकात के दौरान दोनों के बीच कई अहम विषयों पर चर्चा हुई, जिसमें प्रदेश के विकास कार्यों, केंद्र और राज्य के बीच समन्वय और जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं पर विशेष रूप से बात हुई।
राष्ट्रपति भवन में हुआ सौहार्दपूर्ण संवाद
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर के समय राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका स्वागत किया। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी से बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को उत्तर प्रदेश सरकार की हालिया उपलब्धियों और चल रहे विकास परियोजनाओं की जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों की विस्तृत जानकारी साझा की।
प्रदेश की प्रगति पर चर्चा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को बताया कि उत्तर प्रदेश आज देश में विकास और सुशासन के क्षेत्र में एक उदाहरण बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य तेजी से ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ के लक्ष्य की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ODOP) योजना, औद्योगिक निवेश, कानून व्यवस्था में सुधार और किसानों के कल्याण से जुड़ी पहलों के बारे में भी अवगत कराया।
शिष्टाचार भेंट के साथ कृतज्ञता व्यक्त
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि उनका स्नेह और मार्गदर्शन प्रदेश के विकास के लिए प्रेरणास्रोत है। वहीं, राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री को जनता की सेवा के प्रति समर्पण के लिए शुभकामनाएं दीं।
यह भेंट पूरी तरह से शिष्टाचारिक थी, लेकिन इसे राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाल के दिनों में प्रदेश की कई विकास योजनाओं को गति देने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
दिल्ली दौरे का अन्य कार्यक्रम
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली प्रवास के दौरान कुछ केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं। उनका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में चल रही परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार से सहयोग प्राप्त करना बताया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ के इस दौरे को उत्तर प्रदेश में आगामी निवेश सम्मेलन और 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में भी देखा जा रहा है।

