बारां (राजस्थान) : राजस्थान की अंता-मांगरोल विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को मिल रहा जन समर्थन अब विश्व रिकॉर्ड की ओर बढ़ता दिख रहा है। खजूरनाखुर्द और सिमलिया गांवों में ग्रामीणों ने नरेश मीना को तथा उनके माता-पिता को अपने खून (ब्लड डोनेशन) से तौलकर स्वागत किया। यह अनोखा सम्मान न केवल राजनीतिक इतिहास में पहली बार हुआ, बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल होकर लाखों लोगों तक पहुंच गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह खून जरूरतमंद मरीजों के लिए डोनेट किया जाएगा, जो नरेश मीना के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है।
खजूरनाखुर्द में नरेश मीना का भव्य स्वागत:
अंता-मांगरोल क्षेत्र के खजूरनाखुर्द गांव में नरेश मीना के पहुंचते ही हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से तौलने की रस्म को नया रूप दिया। एक तरफ नरेश मीना को बैठाया गया और दूसरी तरफ ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर ग्रामीणों ने अपना खून डोनेट किया।
सिमलिया गांव में माता-पिता को 141 यूनिट ब्लड से तौला : सिमलिया गांव में नरेश मीना के माता-पिता (पिता कल्याण सिंह और मां) को सम्मानित करने का आयोजन हुआ। यहां ग्रामीणों ने 141 यूनिट ब्लड डोनेट करके कीर्तिमान बनाया ।
नरेश मीना की लोकप्रियता के राज :
नरेश मीना कांग्रेस के बागी नेता हैं, जो निर्दलीय लड़ रहे हैं। AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने भी उनका समर्थन किया है। ग्रामीण उन्हें 'छोटा किरोड़ी' कहते हैं क्योंकि वे किसानों, युवाओं और गरीबों के मुद्दों पर बेबाक बोलते हैं।

